
"हो जाने दो "
ना छुपाओ अपने वजूद को इस जमाने से ,
की ,दुनिया मे ख़ुद की पहचान हो जाने दो.
आईना हूँ , तेरा त्स्सब्बुर नज़र आऊंगा ,
की , मुझे अपने अक्स मे एक बार ढल जाने दो.
मोहब्बत गुनाह ही सही, पर खूबसूरत तो है ,
की , इश्क मे आज अपने बदनाम हो जाने दो.
दिल की धड़कन , शोला -ऐ - एहसास ही सही
की , इस आग मे आज मुझको जल जाने दो.
हाँ, मोहब्बत है मुझसे , ये इकरार कर लो
की , अपने आगोश मे मुझको बिखर जाने दो .....
http://swargvibha.freezoka.com/kavita/all%20kavita/Seema%20Gupta/ho%20jaane%20do.htm (http://www.swargvibha.tk/)
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4 comments:
Each of your poems are full of Love, affection and Pain and also reflection of true love.
You are really amazing and admirable.
KBC
हाँ, मोहब्बत है मुझसे , ये इकरार कर लो
की , अपने आगोश मे मुझको बिखर जाने दो .....
बहुत रोमान्टिक पंक्तियाँ हैं।
यह रचना अच्छी है | आपके और रचनाओं मी मुझे यह विशेष रूप से भायी |
अवनीश
bahut khuubsurati se bayan ki hai dil ki baat seema :).khuubsurat!
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