4/07/2008

“ऐसा ना हो जाए ” (http://www.swargvibha.tk)







“ऐसा ना हो जाए ”



कहीं ऐसा ना हो जाए ,


की फ़िर तेरी याद आ जाए ,


पुकारूँ नाम मैं तेरा ,


और तू यूं ही बदनाम हो जाए .


कही ऐसा न हो जाए ,


की फ़िर ये दिल तड़प जाए,


मैं दुंदु हर तरफ तुझको ,


तू कहीं नज़र ही नही आए .


कहीं ऐसा ना हो जाए ,

की तू हर शै मे नज़र आए ,


कहे दुनिया मुझे पागल,


प्यार मे मेरा ये अंजाम हो जाए .


कहीं ऐसा ना हो जाए ,


की फ़िर तेरी प्यास जग जाए ,


मैं जी भी ना सकूं तुझ बिन,


ये जिन्दगी यूं ही तमाम हो जाए .
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