" मेरी रचना "ख्वाबों के आँगन " को नवभारत टाईम्स ने १७/१२/२००८ अपनी साइट http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/3846072.cms#write पर जगह देकर मुझे जो मान सम्मान दिया है, उसके लिए मैं सम्पादक जी की दिल से आभारी हूं." अपने अभी पाठको का तहे दिल से शुक्रिया जिन्होंने इस रचना को पढ़कर मुझे एक बार फ़िर से प्रोत्साहन और आशीर्वाद दिया है"
'आभार'
33 comments:
badhai
छपना मुबारक हो जी ! हा हा हा हा ....
bahut bahut badhayee Seema ji.bahut khushi hui yah khabar dekh kar.kavita to achchee hai hi.
aur bhi aagey aisey hi badhti rahen.dheron shubh kamnayen :)
बधाई हो।
Well deserved.
बहुत बधाई!!!
आपको बधाई।
घुघूती बासूती
हमने भी कल नव भारत मे आपकी रचना पढी थी ! आपको बहुत बधाई और एक बात कहना चाहुंगा कि नवभारत ने आपकी रचना छापकर आपके साथ साथ खुद का भी मान बढाया है !
मुझे तो इतनी खुशी हो रही है कि जैसे आपने हम सब ब्लागर्स का मस्तक ऊंचा कर दिया है ! आपको बहुत बहुत बधाई और आप जीवन मे खूब उन्नति करे यही शुभकामना है !
राम राम !
बहुत बधाई!!
शुभकामनाएं भविष्य के लिये!
इस कविता का हर शब्द ...(शायद निःशब्द हो गया हूँ )
बधाई नही अपितु हर्ष व्यक्त करना चाहता हूँ
बहुत बहुत !!!!
congratulations!!!
dil se...
---meet
Congrats.....isi tarah likhte rahe...
hamaari taraf se haardik bhadhaayi......
बधाई..........
बहुत बधाई जी आपको !
आदरणीय सीमाजी,
सर्वप्रथम आपको बहुत बहुत बधाई. य़े बहुत सुखद खबर है जी, के आख़िर पत्र भी हमारे ब्ला॓गजगत को सम्मानित स्थान देने लगे. आप तो वैसे भी हम सबकी पसन्दीदा कवियित्रि हैं और अब आगे इसी तरह आपका नाम रोशन होगा, इसी कामना के साथ.
सीमा गुप्ता जी आपको बहुत-बहुत बधाई, दिल से.
सीमा जी आपको बहुत बहुत बधाई शुभकामनाएं
बधाई !
बधाई हो जी!
ham sabhi ke liye bahut harsh ki baat hai, aapko badhai
badhai!
शुभकामनाएं
बधाई हो!
badhai aur shubhkaamnaa..
आपकी सुंदर रचना को नवभारत टाइम्स में स्थान प्राप्त होने पर कहना ही पड़ेगा कि
बहते दरिया की भूमि पर
एक नींव बनी अरमानों की
और वही दूसरी ओर नवभारत टाइम्स से कहना पड़ेगा कि
हर तृष्णा को पा लेने की
निरर्थक एक प्रयास किया
साथ ही हम टिप्पणीकारों के लिए आपने ठीक ही कहा है कि
ख्वाबों के आंगन ने अपना
कुछ ऐसे फ़िर विस्तार किया।
ह्रदय से हार्दिक बधाई.
चन्द्र मोहन गुप्त
बहुत ही सुंदर भावपूर्ण रचना है हमेशा की तरह। बधाई हो।
अभी नवभारत टाईम्स पर यह कविता पढ़ी, बहुत अच्छी लगी। आपकी सभी रचनाएं स्तरीय होती हैं। हिंदी-ब्लॉग और हिंदी साहित्य में आपकी रचनाओं का हमेशा सम्मान रहेगा।
बहुत बधाई!!!
बहुत-बहुत बधाइयां । अभिनन्दन ।
सीमा जी, आपको बहुत बधाई!
बारम्बार बधाई जी वैसे हम भी नवभारत में छप चुके हैं कमेंट के रूप में हा हा हा
badhai.
apaka blog behad sundar hai.
wakai.
seema ji humari traf se bhi dhero badhiya, ish rachna ki bhi or navbharat main chapi us rachna ki bhi.....
Congrats! Your poetry exudes honesty and expression!
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