अच्छा है. बेहतरीन है . बधाई.
वाह वाह ! जवाब नही ! कायल हुएआपके लेखन के ! शुभकामनाएं!
रु-ऐ-चश्मतर के आगोश मे पढ़ ले,हर दरिया की कहानी अति सुंदर अल्फाज ! धन्यवाद !
kucch shabdon me hi kitna kuchh keh diya aapne .badhai
it's lovely, really nice. wht a thought. with contrast.
ये दरिया की कहानी तो बहुत ही उम्दा है...बधाई हो...
vah kya baat hai ?
aansu bade ho gayepad gaya samandar chotavaise bhi duniya bhari hai dukh se kaise pade iska tota
Wah ji wah. Bahut badhia.
ek kitab prakashit kara den to ahsaan hoga, ek-ek kar padhne se talab to badhti hai lekin pyas nahi bujhti
बहुत अच्छी नज्म। आपने ब्लॉग को बड़ी खूबसूरती से सजाया है।
these few lines remind me the saying that brevity is the soul of wit.
सीमा जी ,आपका ब्लॉग देखा , उदास आंखे ,इंतजार,उदासी,तड़फ ,कशिस सब कुछ इसी कड़ी मे एक शेर मेरा भी दर्द ही दर्द भर गया दिल मे , इतना हस्सास कर दिया गम नेजब किसी आँख से गिरा आंसू अपनी आखों पे ले लिया हमने
चश्मे-पुरआब के आगे,क्या होगी किसी दरिया की रवानी,रु-ऐ-चश्मतर के आगोश मे पढ़ ले,हर दरिया की कहानी बेहतरीन लाईने!!!!!!!!
चार लाईन मेम बहुत कुछ कह दिया,गागर में जैसे सागर भर दिया !खुब..
सुंदर अल्फाज,बधाई.
कम शब्दों में गहरी बात, बहुत सही.--------------आपके आत्मिक स्नेह और सतत हौसला अफजाई से लिए बहुत आभार.
अति सुनदरधन्यवाद
बहुत खूब सीमा जी ,बहुत सही कहा आपने ,आंसुओ के सैलाब के आगेदरिया की मजाल क्यावो किनारों में बहती हैये समंदर को भी डुबो देते है
एक प्रसिद्ध कवि के लिए कहा गया था,देखन में छोटे लगे, घाव करे गंभीर आपके शेरों के बारे में कुछ-कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है।
very nice seema ji, ati utam
Very Interesting Kahani Shared by You. Thank You For Sharing.
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22 comments:
अच्छा है. बेहतरीन है . बधाई.
वाह वाह ! जवाब नही ! कायल हुए
आपके लेखन के ! शुभकामनाएं!
रु-ऐ-चश्मतर के आगोश मे पढ़ ले,
हर दरिया की कहानी
अति सुंदर अल्फाज ! धन्यवाद !
kucch shabdon me hi kitna kuchh keh diya aapne .badhai
it's lovely, really nice. wht a thought. with contrast.
ये दरिया की कहानी तो बहुत ही उम्दा है...
बधाई हो...
vah kya baat hai ?
aansu bade ho gaye
pad gaya samandar chota
vaise bhi duniya bhari hai dukh se
kaise pade iska tota
Wah ji wah. Bahut badhia.
ek kitab prakashit kara den to ahsaan hoga, ek-ek kar padhne se talab to badhti hai lekin pyas nahi bujhti
बहुत अच्छी नज्म। आपने ब्लॉग को बड़ी खूबसूरती से सजाया है।
these few lines remind me the saying that brevity is the soul of wit.
सीमा जी ,
आपका ब्लॉग देखा ,
उदास आंखे ,इंतजार,उदासी,तड़फ ,कशिस सब कुछ
इसी कड़ी मे एक शेर मेरा भी
दर्द ही दर्द भर गया दिल मे , इतना हस्सास कर दिया गम ने
जब किसी आँख से गिरा आंसू अपनी आखों पे ले लिया हमने
चश्मे-पुरआब के आगे,
क्या होगी किसी दरिया की रवानी,
रु-ऐ-चश्मतर के आगोश मे पढ़ ले,
हर दरिया की कहानी
बेहतरीन लाईने!!!!!!!!
चार लाईन मेम बहुत कुछ कह दिया,
गागर में जैसे सागर भर दिया !
खुब..
सुंदर अल्फाज,बधाई.
कम शब्दों में गहरी बात, बहुत सही.
--------------
आपके आत्मिक स्नेह और सतत हौसला अफजाई से लिए बहुत आभार.
अति सुनदर
धन्यवाद
बहुत खूब सीमा जी ,बहुत सही कहा आपने ,
आंसुओ के सैलाब के आगे
दरिया की मजाल क्या
वो किनारों में बहती है
ये समंदर को भी डुबो देते है
एक प्रसिद्ध कवि के लिए कहा गया था,
देखन में छोटे लगे, घाव करे गंभीर
आपके शेरों के बारे में कुछ-कुछ ऐसा ही कहा जा सकता है।
very nice seema ji, ati utam
Very Interesting Kahani Shared by You. Thank You For Sharing.
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