ए गुलाब वो दिन हवा हुये जब पसीना भी गुलाब होता था तरस आता है आज तुझ पे बहुत कभी तू शाखो पे आबाद होता था कैसे दू बधाई इस वैलेन्टाईन डे की , जो एक खुबसूरत फ़ूलो का हत्या का दिन है
पहले तो जितेन्द्र जी को, बहुत दिनों बाद दिखे हैं. फिर सभी को ताऊ जी के शब्दों में वलन्तियान दिवस (किसी जाट गोत्र जैसा नहीं लग रहा है-वलन्तियान) दिवस की शुभकामनायें. ओसामा-ओबामा सभी को.
अरे सीमाजी, आपकी पोस्ट की पूरी तारीफ़ कर ही नहीं पाए और बटन पुश हो गया। सा॓री। ये लीजिए बधाई और वाक़ई आपने अपने लहजे की बहुत ही ऊँची बात कही। आज सभी आपके इंतज़ार में ही थे आप क्या दर्ज करेंगी। बहुत ख़ूब दर्ज की पोस्ट आपने। आभार।
आपकी चार पंक्तिया ह्रदय स्पर्शी है. वैसे भी आप बहुत नाज़ुक किस्म की रचना करती है जो दिल को छूती है. मे तो बस पढता ही रह जाता हूँ. प्रेम को जिस अंदाज़ की आवश्यकता होती है आपकी रचना में वो मोजूद होता है. मर्मस्पर्शी.
34 comments:
"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
वाह लाजवाब बात कही.
बल्टियान दिवस की शुभकामनाएं.
रामराम.
साल भर प्यार की आहें भरने वाले आज उसी का विरोध कर रह है ऐसे में आपकी यह लाइनें राहत देती हैं।
गुलाबी कोंपलें
प्यार को बस प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो, हैपी वैलेंटाईन डे सीमा
सही कहा आपने... मेरा पन्ना की प्रतिक्षा रहेगी..
सम्बन्ध आज सारे, व्यापार हो गये है।
अनुबन्ध आज सारे, बाजार हो गये हैं।
प्यार और वफा के, कितने बचे मुसाफिर,
कुछ रह गये किनारे, कुछ पार हो गये हैं।।
सम्बन्ध आज सारे, व्यापार हो गये है।
अनुबन्ध आज सारे, बाजार हो गये हैं।
प्यार और वफा के, कितने बचे मुसाफिर,
कुछ रह गये किनारे, कुछ पार हो गये हैं।।
waah bahut sahi kaha,pyar koi vyapar nahi.happyvalentine,aur ye jo dil dhadak raha hai aapke blog par chota sa gulabi very sweet.
वाह,वाह । क्या बात है। शानदार फोटॊ। जानदार बात!
हैप्पी वेलेंटाईन डे।
ए गुलाब वो दिन हवा हुये
जब पसीना भी गुलाब होता था
तरस आता है आज तुझ पे बहुत
कभी तू शाखो पे आबाद होता था
कैसे दू बधाई इस वैलेन्टाईन डे की , जो एक खुबसूरत फ़ूलो का हत्या का दिन है
बहुत सही कहा.
हमारी बधाई एवं शुभकामनाऐं इस विशिष्ट पर्व पर.
खूबसूरत बात, समयानुकुल।
प्रेम दिवस पर प्यार की सुंदर परिभाषा दी है आपने -स्नेहिल शुभकामनाएं !
पहले तो जितेन्द्र जी को, बहुत दिनों बाद दिखे हैं. फिर सभी को ताऊ जी के शब्दों में वलन्तियान दिवस (किसी जाट गोत्र जैसा नहीं लग रहा है-वलन्तियान) दिवस की शुभकामनायें. ओसामा-ओबामा सभी को.
"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
सीमाजी बहुत ही बढ़िया रचना . आपकी चिठ्ठे की चर्चा ब्लॉग समयचक्र में
समयचक्र: चिठ्ठी चर्चा : वेलेंटाइन, पिंक चडडी, खतरनाक एनीमिया, गीत, गजल, व्यंग्य ,लंगोटान्दोलन आदि का भरपूर समावेश
सही कहा जी - प्यार पर कोई टैग्स न हों!
bahut sundar baat likhi aapne
love....prem.....ye shabad chcarcha ka vishay nahi...ise mahsoos kro.....ruh mai utaaro....
happy velentine
इसपे भी कुछ इनकार नहीं
के रहमो-करम कोई वार नहीं
इस तंग-ख़याली दुनिया में
आभार नहीं और प्यार नहीं
अरे सीमाजी, आपकी पोस्ट की पूरी तारीफ़ कर ही नहीं पाए और बटन पुश हो गया। सा॓री। ये लीजिए बधाई और वाक़ई आपने अपने लहजे की बहुत ही ऊँची बात कही। आज सभी आपके इंतज़ार में ही थे आप क्या दर्ज करेंगी। बहुत ख़ूब दर्ज की पोस्ट आपने। आभार।
इश्क महोब्बत प्यार सनम...
जीवन का श्रंगार सनम...
wah Seema g wah....
"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
वाह्! बहुत खूब........सुन्दर अभिव्यक्ति..
बहुत सुंदर.....
वाह क्या बात है, प्यार तो एक पुजा है, जो मीरा ने किया, राधा ने किया, नानक देव ने किया, प्यार बस प्यार है.
धन्यवाद
'प्यार तो बस प्यार है.' इसे बखाना नहीं जा सकता. महसूस किया जा सकता है.
bahut sahi...bahut accha likha hai...bas sahi men pyar ko mehsus kar sakte hain...
"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
बहुत सुंदर रचना। बहुत बहुत बधाई।
आपने सही कहा है.
- विजय
लाज़बाब
आपकी चार पंक्तिया ह्रदय स्पर्शी है. वैसे भी आप बहुत नाज़ुक किस्म की रचना
करती है जो दिल को छूती है. मे तो बस पढता ही रह जाता हूँ.
प्रेम को जिस अंदाज़ की आवश्यकता होती है आपकी रचना में वो मोजूद होता है. मर्मस्पर्शी.
सही कहा!
एक पेड़ चांदनी लगाया है आंगने
फूले तो एक फूल आ जाना मांगने
....अच्छी रचना है.
प्यार.........हाँ प्यार..........बेशक प्यार........निस्संदेह प्यार....इन्तेहायीं प्यार....जज्बाती प्यार....इत्तेफाकी प्यार.....गज़ब का प्यार....अजब का प्यार....हाँ प्यार.....हाँ प्यार......हाँ प्यार....प्यार....प्यार....प्यार....प्यार....!!
बहुत ही खूबसूरत शेर...........मैंने मिस किया इतने दिनों तक
bahut hi sunder likha hai,
subhkamnaye sawekar kare
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