2/14/2009

"इश्क मोहब्बत प्यार सनम"


"इश्क मोहब्बत प्यार सनम"

"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."

34 comments:

ताऊ रामपुरिया said...

"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."


वाह लाजवाब बात कही.

बल्टियान दिवस की शुभकामनाएं.

रामराम.

Vinay said...

साल भर प्यार की आहें भरने वाले आज उसी का विरोध कर रह है ऐसे में आपकी यह लाइनें राहत देती हैं।

गुलाबी कोंपलें

Anonymous said...

प्यार को बस प्यार ही रहने दो कोई नाम ना दो, हैपी वैलेंटाईन डे सीमा

Anonymous said...

सही कहा आपने... मेरा पन्ना की प्रतिक्षा रहेगी..

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

सम्बन्ध आज सारे, व्यापार हो गये है।
अनुबन्ध आज सारे, बाजार हो गये हैं।
प्यार और वफा के, कितने बचे मुसाफिर,
कुछ रह गये किनारे, कुछ पार हो गये हैं।।

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

सम्बन्ध आज सारे, व्यापार हो गये है।
अनुबन्ध आज सारे, बाजार हो गये हैं।
प्यार और वफा के, कितने बचे मुसाफिर,
कुछ रह गये किनारे, कुछ पार हो गये हैं।।

Anonymous said...

waah bahut sahi kaha,pyar koi vyapar nahi.happyvalentine,aur ye jo dil dhadak raha hai aapke blog par chota sa gulabi very sweet.

अनूप शुक्ल said...

वाह,वाह । क्या बात है। शानदार फोटॊ। जानदार बात!

हैप्पी वेलेंटाईन डे।

Arun Arora said...

ए गुलाब वो दिन हवा हुये
जब पसीना भी गुलाब होता था
तरस आता है आज तुझ पे बहुत
कभी तू शाखो पे आबाद होता था
कैसे दू बधाई इस वैलेन्टाईन डे की , जो एक खुबसूरत फ़ूलो का हत्या का दिन है

Udan Tashtari said...

बहुत सही कहा.

हमारी बधाई एवं शुभकामनाऐं इस विशिष्ट पर्व पर.

जितेन्द़ भगत said...

खूबसूरत बात, समयानुकुल।

Arvind Mishra said...

प्रेम दिवस पर प्यार की सुंदर परिभाषा दी है आपने -स्नेहिल शुभकामनाएं !

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

पहले तो जितेन्द्र जी को, बहुत दिनों बाद दिखे हैं. फिर सभी को ताऊ जी के शब्दों में वलन्तियान दिवस (किसी जाट गोत्र जैसा नहीं लग रहा है-वलन्तियान) दिवस की शुभकामनायें. ओसामा-ओबामा सभी को.

समय चक्र said...

"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
सीमाजी बहुत ही बढ़िया रचना . आपकी चिठ्ठे की चर्चा ब्लॉग समयचक्र में
समयचक्र: चिठ्ठी चर्चा : वेलेंटाइन, पिंक चडडी, खतरनाक एनीमिया, गीत, गजल, व्यंग्य ,लंगोटान्दोलन आदि का भरपूर समावेश

Gyan Dutt Pandey said...

सही कहा जी - प्यार पर कोई टैग्स न हों!

रंजू भाटिया said...

bahut sundar baat likhi aapne

MANVINDER BHIMBER said...

love....prem.....ye shabad chcarcha ka vishay nahi...ise mahsoos kro.....ruh mai utaaro....
happy velentine

बवाल said...

इसपे भी कुछ इनकार नहीं
के रहमो-करम कोई वार नहीं
इस तंग-ख़याली दुनिया में
आभार नहीं और प्यार नहीं

बवाल said...

अरे सीमाजी, आपकी पोस्ट की पूरी तारीफ़ कर ही नहीं पाए और बटन पुश हो गया। सा॓री। ये लीजिए बधाई और वाक़ई आपने अपने लहजे की बहुत ही ऊँची बात कही। आज सभी आपके इंतज़ार में ही थे आप क्या दर्ज करेंगी। बहुत ख़ूब दर्ज की पोस्ट आपने। आभार।

योगेन्द्र मौदगिल said...

इश्क महोब्बत प्यार सनम...
जीवन का श्रंगार सनम...

wah Seema g wah....

Pt. D.K. Sharma "Vatsa" said...

"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
वाह्! बहुत खूब........सुन्दर अभिव्यक्ति..

संगीता पुरी said...

बहुत सुंदर.....

राज भाटिय़ा said...

वाह क्या बात है, प्यार तो एक पुजा है, जो मीरा ने किया, राधा ने किया, नानक देव ने किया, प्यार बस प्यार है.
धन्यवाद

hem pandey said...

'प्यार तो बस प्यार है.' इसे बखाना नहीं जा सकता. महसूस किया जा सकता है.

Unknown said...

bahut sahi...bahut accha likha hai...bas sahi men pyar ko mehsus kar sakte hain...

Atul Sharma said...

"प्यार कोई व्योपार नहीं,
किसी की जीत या हार नहीं,
प्यार तो बस प्यार ही है,
रहमो करम का वार नहीं ..."
बहुत सुंदर रचना। बहुत बहुत बधाई।

विजय तिवारी " किसलय " said...

आपने सही कहा है.
- विजय

प्रदीप मानोरिया said...

लाज़बाब

अमिताभ श्रीवास्तव said...

आपकी चार पंक्तिया ह्रदय स्पर्शी है. वैसे भी आप बहुत नाज़ुक किस्म की रचना
करती है जो दिल को छूती है. मे तो बस पढता ही रह जाता हूँ.
प्रेम को जिस अंदाज़ की आवश्यकता होती है आपकी रचना में वो मोजूद होता है. मर्मस्पर्शी.

Smart Indian said...

सही कहा!

मुंहफट said...

एक पेड़ चांदनी लगाया है आंगने
फूले तो एक फूल आ जाना मांगने
....अच्छी रचना है.

राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ ) said...

प्यार.........हाँ प्यार..........बेशक प्यार........निस्संदेह प्यार....इन्तेहायीं प्यार....जज्बाती प्यार....इत्तेफाकी प्यार.....गज़ब का प्यार....अजब का प्यार....हाँ प्यार.....हाँ प्यार......हाँ प्यार....प्यार....प्यार....प्यार....प्यार....!!

दिगम्बर नासवा said...

बहुत ही खूबसूरत शेर...........मैंने मिस किया इतने दिनों तक

Mukesh Garg said...

bahut hi sunder likha hai,


subhkamnaye sawekar kare