Lyrics and Graphics: Seema Gupta
Voice: Zahid Nisar
सुना है उसकी आँखों से
हमेशा बर्फ गिरती है
वो जब खामोश होती है
क़यामत काँप जाती है
वो अपने पावं के छालों पे
मरहम भी नहीं रखती
वो अपने जिस्म -ओ - जां में
इश्क़ की सरहद नहीं रखती
उसे मतलब नहीं
बाम-ए-फ़लक के चाँद तारों से
उसे तो रब्त है
सदियों पुराने ग़म गुसारों से
कोई तो उसको समझाए
मोहब्बत मोम होती है
कभी ऐसा भी होता है
मोहब्बत में
मोहब्बत से
मोहब्बत टूट जाती है
मोहब्बत मोम होती है
मोहब्बत मोम होती है ......