हजारों ख्वाब आंखों में हमारी झिलमिलाएं हैं....बहुत ही लाजवाब, शुभकामनाएं.रामराम.
ach6a hai
मनोहारी भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
तेरे आने की खबर ने देख क्या क्या कर दिया कितने ही दीपक जला डाले हैं मेरी शामने ।वाह,आपकी गज़ल बहुत खूबसूरत ।
"Each words of yours are preceious and valuable assets for me"
हजारों ख्वाब आंखों में हमारी झिलमिलाएं हैं....
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब, शुभकामनाएं.
रामराम.
ach6a hai
ReplyDeleteमनोहारी भावपूर्ण प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteतेरे आने की खबर ने देख क्या क्या कर दिया
ReplyDeleteकितने ही दीपक जला डाले हैं मेरी शामने ।
वाह,
आपकी गज़ल बहुत खूबसूरत ।