10/30/2008

तेरा ख्याल

"तेरा ख्याल"

तेरा ख्याल था जेहन मे या नाम लबों पर,
आँखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गयी

29 comments:

  1. subhan allah!
    first nof all welcome back after a gap

    vahi dhaar hai shabdo me. imagination adbhut?

    bahut achche


    Rakesh Kaushik

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  2. khoobsurat...
    आँखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गयी

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  3. सीमा जी ,
    दीवाली की ढेरो शुभकामना के साथ ,
    आंखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गई..
    बहोत सुंदर लिखा है आपने..

    अर्श

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  4. तेरा ख्याल था जेहन मे या नाम लबों पर,
    आँखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गयी
    बहुत लाजवाब ! आपकी शायरी की कमी अखरी पर आज फ़िर तबियत खिल गई ! शुभकामनाएं !

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  5. बहुत खूब!

    आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं.

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  6. बारि‍क obsevation है। लाजवाब।

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  7. तेरा ख्याल था जेहन मे या नाम लबों पर,

    आँखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गयी
    बहुत खूब!

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  8. सीमा जी आपकी रचनाएँ बहुत उम्दा हें, जिनमें दर्द व तड़प अनायास ही उभर आता है. मैं आपकी रचनाओं का नियमित पाठक हूँ आपसे गुजारिश है कि आप कुछ खुशी व उम्मीद जगाने वाली रचनाएं भी करें .

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  9. खूब अच्छा लीखीं हैं। ईन दो लाईनो मे बहुत कूछ छीपा है। दर्द भी बहुत छीपा है

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  10. kal ro rahi thi meri
    nanhi padosan
    diwaali kaa din tha
    dari thi pataakhon ki awaaj se
    khayaal me thi damak
    achaanak uthi chamak
    bharaa thaa pet magar
    maa bhi chup na karaa saki
    ek choti halchal aur
    muskaan ne labo par aakar
    chonkaa hi diyaa
    bahlaa na sakaa tha koi magar
    vo muskaan aaj bhi yaad to rahaa
    aapki post padhne par
    aur ho kyon na
    aakhir
    muskaan hai hi cheej esi

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  11. is lamha mere saath meri jaan too naheen
    ehsaas ki shiddat mujhe bejaan kar gayee

    ek pyar ka rishta hai jo janmon se hua saa
    ye baat meri zindigi aasaan kar gayee

    wo din bhi mujhe yaad hamesha hi rahenge
    duniya ko berekhi teri weeraan kar gayee

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  12. तेरा ख्याल था जेहन मे या नाम लबों पर,

    आँखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गयी

    बहुत ख़ूब...अच्छा ख़्याल है...

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  13. happy new year
    of indian mythology

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  14. nice lines mam,very nice, you always write very maeningfuln touching lines...keep it up
    कभी बादलों से जब धूप की कोई किरण झांकती है,
    किसी मोड़ पर तुम्हारे फिर मिल जाने की एक आस जागती है ।

    एक किरण के दिख जाने से दूर नहीं होगा अन्धकार,
    फिर इन्द्रधनुष बन जाने का सपना क्यों कर होगा साकार ।

    अपने पैर घसीटते हुए कब तक चल पाऊंगा लगातार,
    फट न पड़ें छाले, कहीं बैठ न जाऊं हो कर लाचार ।

    मुझे बचा लेना ज़िन्दगी मेरा हाथ अपने हाथों में लेकर,
    मौत से पहले तुम्हें जी लेना चाहता हूँ एक बार ।

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  15. बहुत लाजवाब ! धन्यवाद !

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  16. तेरा ख्याल था जेहन में या नाम लबों पर
    आंखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गई
    इससे बेहतर अहसासबयानी नहीं हो सकती। और न ही इसकी तारीफ के लिए शब्द हैं।
    -
    पांव थकते नहीं आस क्या वस्तु है
    वो मिलेंगे,ये विश्वास क्या वस्तु है
    विष औ अमृत में कुछ भेद रखती नहीं
    बावली हो गई प्यास क्या वस्तु है
    शूलशय्या पे भी कष्ट मिलता नहीं
    दर्द सहने का अभ्यास क्या वस्तु है

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  17. तेरा ख्याल था जेहन मे या नाम लबों पर,
    आँखों की नमी को तब्दील मुस्कान कर गयी .
    बहुत खूब!लाजवाब

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  18. जीने का भी वक्त नही

    हर खुशी है लोगो के दामन में,
    पर एक हॅसी के लिए वक्त नही
    दिन रात दौडती दुनिया में,
    जिंदगी के लिए वक्त नही
    मॉ की लोरी का एहसास तो है,
    पर मॉं को मॉ कहने का वक्त नही

    सारे रिश्तों को तो हम मार चुके,
    अब उन्हे दफनाने का भी वक्त नही
    सारे नाम मोबाइल मे है,
    पर दोस्ती के लिए वक्त नही
    गैरों की क्या बात करे,
    जब अपनों के लिए ही वक्त नही

    ऑंखो में है नींद बडी,
    पर सोने के लिए वक्त नही
    दिल तो है गमों से भरा
    पर रोने का भी वक्त नही
    पैसों की दौड में ऐसे दौडे,
    की थकने का भी वक्त नही
    पराए एहसानो की कदर करें कैसे,
    जब अपने सपनों के लिए ही वक्त नही

    तू ही बता ए जिंदगी,
    इस जिंदगी का क्या होगा
    की हर पल मरने वालों को,
    जीने का भी वक्त नही

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  19. बहुत ही खुब , अति सुन्दर
    धन्यवाद

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  20. बस यही तो ख़ास बात है ना. इतनी बेहतरीन बात इतने सधे अंदाज़ में आप से बेहतर और कौन कहेगा ?

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  21. आँखों की नमी में डूबी हुई मुस्कान का
    इंतज़ार था ख्वाब औ लब पे मेरे नाम का
    http://aapkesamne.blogspot.com

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  22. आखों की नमी के तार लब की खुशी से जुड़े हैं। जांच करानी पड़ेगी। शानदार!

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  23. kisi ka khyaal hi ye kamaal kar sakta hai..aansuo ko khushi me badlana isi ki karaamaat ho sakti hai...
    well said

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  24. ab mai kya kahun
    hamesha late ho jata hun.
    :)

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  25. जमीं बिछी थी....पैरों में धूल भर गयी...
    इक कतरा जो मिला..बीज को फूल कर गई !!
    ऐसा गया वो जो,फिर लौट कर ना आया..
    रो-रो कर "गाफिल" मेरी आँखें भी निखर गयीं !!

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  26. bahut acche seema ji is too good,

    waqii main bahut kuhbsurat linee likhi hai.

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"Each words of yours are preceious and valuable assets for me"